
पञ्चाङ्ग उज्जैन, मध्यप्रदेश, इण्डिया के लिए

३०/अगस्त/२०२१ (सोम)
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उज्जैन, इण्डिया
सोमवार, ३० अगस्त २०२१
सूर्योदय :
०६:१२
सूर्यास्त :
१८:४३
२३:५३
१२:५३
शक सम्वत :
१९४३ प्लव
विक्रम सम्वत :
२०७८ आनन्द
गुजराती सम्वत :
२०७७
अमांत महीना :
श्रावण
पूर्णिमांत महीना :
भाद्रपद
पक्ष :
कृष्ण पक्ष
तिथि :
नक्षत्र :
कृत्तिका - ०६:३९ तक
योग :
व्याघात - ०७:४७ तक
प्रथम करण :
बालव - १२:४२ तक
द्वितीय करण :
सिंह
वृषभ
राहुकाल :
०७:४६ - ०९:२०
गुलिक काल :
१४:०१ - १५:३५
यमगण्ड :
१०:५३ - १२:२७
१२:०२ - १२:५२
दुर्मुहूर्त :
१२:५२ - १३:४२
दुर्मुहूर्त :
१५:२२ - १६:१२
अमृत काल :
वर्ज्य :

टिप्पणी:
सभी समय अन्त समय हैं। आधी रात के बाद का समय २४:०० से अधिक है क्योंकि हिन्दु दिन सूर्योदय से शुरू होता है और सूर्योदय के साथ समाप्त होता है।
© www.drikpanchang.com
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दिनाँक: | [श्रावण-भाद्रपद] | |
अष्टमी, भाद्रपद, कृष्ण पक्ष, २०७८ आनन्द, विक्रम सम्वत |
अगस्त ३०, २०२१ (सोमवार) | |||||
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रवि | अष्टमी कृष्ण १ ८ | सप्तमी शुक्ल १५ ७ भानु सप्तमी | सप्तमी कृष्ण २९ ७ भानु सप्तमी | ||
सोम | नवमी कृष्ण २ ९ | अष्टमी शुक्ल १६ ८,९ | प्रतिपदा कृष्ण २३ १ | ||
मंगल | दशमी कृष्ण ३ १० | द्वितीया शुक्ल १० २ | द्वितीया कृष्ण २४ २ | ||
बुध | दशमी कृष्ण १ १० | ||||
गुरु | चतुर्थी शुक्ल १२ ४ | द्वादशी शुक्ल १९ १२ | चतुर्थी कृष्ण २६ ४ | दशमी कृष्ण २ १० | |
शुक्र | त्रयोदशी कृष्ण ६ १३ | पञ्चमी कृष्ण २७ ५ | |||
शनि | चतुर्दशी कृष्ण ७ १४ | षष्ठी शुक्ल १४ ६ | चतुर्दशी शुक्ल २१ १४ | ||
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हिन्दु कैलेण्डर हिन्दु कैलेण्डर में दिन स्थानीय सूर्योदय के साथ शुरू होता है और अगले दिन स्थानीय सूर्योदय के साथ समाप्त होता है। क्योंकि सूर्योदय का समय सभी शहरों के लिए अलग है, इसीलिए हिन्दु कैलेण्डर जो एक शहर के लिए बना है वो किसी अन्य शहर के लिए मान्य नहीं है। इसलिए स्थान आधारित हिन्दु कैलेण्डर, जैसे की द्रिकपञ्चाङ्ग डोट कॉम, का उपयोग महत्वपूर्ण है।
इसके अलावा, प्रत्येक हिन्दु दिन में पांच तत्व या अंग होते हैं। इन पांच अँगों का नाम निम्नलिखित है 1. तिथि 2. नक्षत्र 3. योग 4. करण 5. वार (सप्ताह के सात दिनों के नाम) पञ्चाङ्ग
हिन्दु कैलेण्डर के सभी पांच तत्वों को साथ में पञ्चाङ्ग कहते हैं। (संस्कृत में: पञ्चाङ्ग = पंच (पांच) + अंग (हिस्सा)). इसलिए जो हिन्दु कैलेण्डर सभी पांच अँगों को दर्शाता है उसे पञ्चाङ्ग कहते हैं। दक्षिण भारत में पञ्चाङ्ग को पञ्चाङ्गम कहते हैं। भारतीय कैलेण्डर
जब हिन्दु कैलेण्डर में मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन त्योहार और राष्ट्रीय छुट्टियों शामिल हों तो वह भारतीय कैलेण्डर के रूप में जाना जाता है। |
10.160.15.207