
पञ्चाङ्ग उज्जैन, मध्यप्रदेश, इण्डिया के लिए

२८/मई/१९१२ (मंगल)
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उज्जैन, इण्डिया
मंगलवार, २८ मई १९१२
सूर्योदय :
०५:४५
सूर्यास्त :
१९:०३
१६:५०
शक सम्वत :
१८३४ परिधावी
विक्रम सम्वत :
१९६९ रक्ताक्षी
गुजराती सम्वत :
१९६८
अमांत महीना :
ज्येष्ठ
पूर्णिमांत महीना :
ज्येष्ठ
पक्ष :
शुक्ल पक्ष
तिथि :
नक्षत्र :
योग :
वरीयान् - १८:४१ तक
प्रथम करण :
कौलव - १५:२० तक
द्वितीय करण :
वृषभ
तुला
राहुकाल :
१५:४३ - १७:२३
गुलिक काल :
१२:२४ - १४:०४
यमगण्ड :
०९:०५ - १०:४४
११:५७ - १२:५१
दुर्मुहूर्त :
०८:२५ - ०९:१८
दुर्मुहूर्त :
२३:२० - २४:०३
अमृत काल :
१७:२३ - १९:०३
वर्ज्य :
०७:२७ - ०९:०७

टिप्पणी:
सभी समय अन्त समय हैं। आधी रात के बाद का समय २४:०० से अधिक है क्योंकि हिन्दु दिन सूर्योदय से शुरू होता है और सूर्योदय के साथ समाप्त होता है।
© www.drikpanchang.com
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दिनाँक: | [वैशाख-ज्येष्ठ-आषाढ़] | |
त्रयोदशी, ज्येष्ठ, शुक्ल पक्ष, १९६९ रक्ताक्षी, विक्रम सम्वत |
मई २८, १९१२ (मंगलवार) | |||||
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रवि | चतुर्थी कृष्ण ५ ४ | दशमी कृष्ण १२ १० | तृतीया शुक्ल १९ ३ | ||
सोम | पञ्चमी कृष्ण ६ ५ | चतुर्थी शुक्ल २० ४ | द्वादशी शुक्ल २७ १२ | ||
मंगल | षष्ठी कृष्ण ७ ६ | पञ्चमी शुक्ल २१ ५ | |||
बुध | सप्तमी कृष्ण ८ ७ | त्रयोदशी कृष्ण १५ १३,१४ | षष्ठी शुक्ल २२ ६ | चतुर्दशी शुक्ल २९ १४ | |
गुरु | अष्टमी कृष्ण ९ ८ | सप्तमी शुक्ल २३ ७ | |||
शुक्र | द्वितीया कृष्ण ३ २ | नवमी कृष्ण १० ९ | प्रतिपदा शुक्ल १७ १ | अष्टमी शुक्ल २४ ८,९ | प्रतिपदा कृष्ण ३१ १ |
शनि | नवमी कृष्ण ११ ९ | प्रतिपदा कृष्ण १ १ | |||
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हिन्दु कैलेण्डर हिन्दु कैलेण्डर में दिन स्थानीय सूर्योदय के साथ शुरू होता है और अगले दिन स्थानीय सूर्योदय के साथ समाप्त होता है। क्योंकि सूर्योदय का समय सभी शहरों के लिए अलग है, इसीलिए हिन्दु कैलेण्डर जो एक शहर के लिए बना है वो किसी अन्य शहर के लिए मान्य नहीं है। इसलिए स्थान आधारित हिन्दु कैलेण्डर, जैसे की द्रिकपञ्चाङ्ग डोट कॉम, का उपयोग महत्वपूर्ण है।
इसके अलावा, प्रत्येक हिन्दु दिन में पांच तत्व या अंग होते हैं। इन पांच अँगों का नाम निम्नलिखित है 1. तिथि 2. नक्षत्र 3. योग 4. करण 5. वार (सप्ताह के सात दिनों के नाम) पञ्चाङ्ग
हिन्दु कैलेण्डर के सभी पांच तत्वों को साथ में पञ्चाङ्ग कहते हैं। (संस्कृत में: पञ्चाङ्ग = पंच (पांच) + अंग (हिस्सा)). इसलिए जो हिन्दु कैलेण्डर सभी पांच अँगों को दर्शाता है उसे पञ्चाङ्ग कहते हैं। दक्षिण भारत में पञ्चाङ्ग को पञ्चाङ्गम कहते हैं। भारतीय कैलेण्डर
जब हिन्दु कैलेण्डर में मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन त्योहार और राष्ट्रीय छुट्टियों शामिल हों तो वह भारतीय कैलेण्डर के रूप में जाना जाता है। |
10.160.15.212