
पञ्चाङ्ग उज्जैन, मध्यप्रदेश, इण्डिया के लिए

५/जनवरी/२०१९ (शनि)
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उज्जैन, इण्डिया
शनिवार, ०५ जनवरी २०१९
सूर्योदय :
०७:१३
सूर्यास्त :
१७:५१
१७:२६
शक सम्वत :
१९४० विलम्बी
विक्रम सम्वत :
२०७५ विरोधकृत्
गुजराती सम्वत :
२०७५
अमांत महीना :
मार्गशीर्ष
पूर्णिमांत महीना :
पौष
पक्ष :
कृष्ण पक्ष
तिथि :
नक्षत्र :
मूल - १५:०८ तक
योग :
प्रथम करण :
चतुष्पाद - १७:५५ तक
द्वितीय करण :
धनु
धनु
राहुकाल :
०९:५३ - ११:१२
गुलिक काल :
०७:१३ - ०८:३३
यमगण्ड :
१३:५२ - १५:१२
१२:११ - १२:५३
दुर्मुहूर्त :
०७:१३ - ०७:५६
दुर्मुहूर्त :
०७:५६ - ०८:३८
अमृत काल :
०८:०८ - ०९:५३
वर्ज्य :
१३:२३ - १५:०८
वर्ज्य :

टिप्पणी:
सभी समय अन्त समय हैं। आधी रात के बाद का समय २४:०० से अधिक है क्योंकि हिन्दु दिन सूर्योदय से शुरू होता है और सूर्योदय के साथ समाप्त होता है।
© www.drikpanchang.com
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दिनाँक: | [पौष-माघ] | |
पौष अमावस्या, दर्शवेला अमावस्या, सूर्य ग्रहण | ||
अमावस्या, पौष, कृष्ण पक्ष, २०७५ विरोधकृत्, विक्रम सम्वत |
जनवरी ०५, २०१९ (शनिवार) | |||||
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रवि | नवमी कृष्ण ३० ९ | प्रतिपदा शुक्ल ६ १ | सप्तमी शुक्ल १३ ७ भानु सप्तमी | चतुर्दशी शुक्ल २० १४ | सप्तमी कृष्ण २७ ७ भानु सप्तमी |
सोम | दशमी कृष्ण ३१ १० | अष्टमी शुक्ल १४ ८ | अष्टमी कृष्ण २८ ८ | ||
मंगल | द्वितीया शुक्ल ८ २ | द्वितीया कृष्ण २२ २ | नवमी कृष्ण २९ ९ | ||
बुध | द्वादशी कृष्ण २ १२ | तृतीया शुक्ल ९ ३ | दशमी शुक्ल १६ १० | तृतीया कृष्ण २३ ३ | दशमी कृष्ण ३० १० |
गुरु | चतुर्थी शुक्ल १० ४ | ||||
शुक्र | चतुर्दशी कृष्ण ४ १४ | पञ्चमी शुक्ल ११ ५ | द्वादशी शुक्ल १८ १२ | पञ्चमी कृष्ण २५ ५ | द्वादशी कृष्ण १ १२ |
शनि | षष्ठी शुक्ल १२ ६ | षष्ठी कृष्ण २६ ६ | |||
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हिन्दु कैलेण्डर हिन्दु कैलेण्डर में दिन स्थानीय सूर्योदय के साथ शुरू होता है और अगले दिन स्थानीय सूर्योदय के साथ समाप्त होता है। क्योंकि सूर्योदय का समय सभी शहरों के लिए अलग है, इसीलिए हिन्दु कैलेण्डर जो एक शहर के लिए बना है वो किसी अन्य शहर के लिए मान्य नहीं है। इसलिए स्थान आधारित हिन्दु कैलेण्डर, जैसे की द्रिकपञ्चाङ्ग डोट कॉम, का उपयोग महत्वपूर्ण है।
इसके अलावा, प्रत्येक हिन्दु दिन में पांच तत्व या अंग होते हैं। इन पांच अँगों का नाम निम्नलिखित है 1. तिथि 2. नक्षत्र 3. योग 4. करण 5. वार (सप्ताह के सात दिनों के नाम) पञ्चाङ्ग
हिन्दु कैलेण्डर के सभी पांच तत्वों को साथ में पञ्चाङ्ग कहते हैं। (संस्कृत में: पञ्चाङ्ग = पंच (पांच) + अंग (हिस्सा)). इसलिए जो हिन्दु कैलेण्डर सभी पांच अँगों को दर्शाता है उसे पञ्चाङ्ग कहते हैं। दक्षिण भारत में पञ्चाङ्ग को पञ्चाङ्गम कहते हैं। भारतीय कैलेण्डर
जब हिन्दु कैलेण्डर में मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन त्योहार और राष्ट्रीय छुट्टियों शामिल हों तो वह भारतीय कैलेण्डर के रूप में जाना जाता है। |
10.160.15.207