
पञ्चाङ्ग उज्जैन, मध्यप्रदेश, इण्डिया के लिए

४/मई/२०१९ (शनि)
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उज्जैन, इण्डिया
शनिवार, ०४ मई २०१९
सूर्योदय :
०५:५६
सूर्यास्त :
१८:५२
चन्द्रोदय नहीं
१८:२८
शक सम्वत :
१९४१ विकारी
विक्रम सम्वत :
२०७६ परिधावी
गुजराती सम्वत :
२०७५
अमांत महीना :
चैत्र
पूर्णिमांत महीना :
वैशाख
पक्ष :
कृष्ण पक्ष
तिथि :
नक्षत्र :
अश्विनी - १५:४८ तक
योग :
प्रथम करण :
चतुष्पाद - १६:१३ तक
द्वितीय करण :
मेष
मेष
राहुकाल :
०९:१० - १०:४७
गुलिक काल :
०५:५६ - ०७:३३
यमगण्ड :
१४:०१ - १५:३८
११:५८ - १२:५०
दुर्मुहूर्त :
०५:५६ - ०६:४८
दुर्मुहूर्त :
०६:४८ - ०७:३९
अमृत काल :
०८:१६ - ०९:५६
वर्ज्य :
११:३७ - १३:१७
वर्ज्य :

टिप्पणी:
सभी समय अन्त समय हैं। आधी रात के बाद का समय २४:०० से अधिक है क्योंकि हिन्दु दिन सूर्योदय से शुरू होता है और सूर्योदय के साथ समाप्त होता है।
© www.drikpanchang.com
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दिनाँक: | [वैशाख-ज्येष्ठ] | |
वैशाख अमावस्या, दर्श अमावस्या | ||
अमावस्या, वैशाख, कृष्ण पक्ष, २०७६ परिधावी, विक्रम सम्वत |
मई ०४, २०१९ (शनिवार) | |||||
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रवि | नवमी कृष्ण २८ ९ | प्रतिपदा शुक्ल ५ १ | अष्टमी शुक्ल १२ ८ | सप्तमी कृष्ण २६ ७ भानु सप्तमी | |
सोम | दशमी कृष्ण २९ १० | द्वितीया कृष्ण २० २ | अष्टमी कृष्ण २७ ८ | ||
मंगल | दशमी शुक्ल १४ १० | तृतीया कृष्ण २१ ३ | नवमी कृष्ण २८ ९ | ||
बुध | द्वादशी कृष्ण १ १२ | चतुर्थी शुक्ल ८ ४ | दशमी कृष्ण २९ १० | ||
गुरु | पञ्चमी शुक्ल ९ ५ | पञ्चमी कृष्ण २३ ५ | |||
शुक्र | चतुर्दशी कृष्ण ३ १४ | षष्ठी शुक्ल १० ६ | षष्ठी कृष्ण २४ ६ | ||
शनि | षष्ठी कृष्ण २५ ६ | त्रयोदशी कृष्ण १ १३ | |||
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हिन्दु कैलेण्डर हिन्दु कैलेण्डर में दिन स्थानीय सूर्योदय के साथ शुरू होता है और अगले दिन स्थानीय सूर्योदय के साथ समाप्त होता है। क्योंकि सूर्योदय का समय सभी शहरों के लिए अलग है, इसीलिए हिन्दु कैलेण्डर जो एक शहर के लिए बना है वो किसी अन्य शहर के लिए मान्य नहीं है। इसलिए स्थान आधारित हिन्दु कैलेण्डर, जैसे की द्रिकपञ्चाङ्ग डोट कॉम, का उपयोग महत्वपूर्ण है।
इसके अलावा, प्रत्येक हिन्दु दिन में पांच तत्व या अंग होते हैं। इन पांच अँगों का नाम निम्नलिखित है 1. तिथि 2. नक्षत्र 3. योग 4. करण 5. वार (सप्ताह के सात दिनों के नाम) पञ्चाङ्ग
हिन्दु कैलेण्डर के सभी पांच तत्वों को साथ में पञ्चाङ्ग कहते हैं। (संस्कृत में: पञ्चाङ्ग = पंच (पांच) + अंग (हिस्सा)). इसलिए जो हिन्दु कैलेण्डर सभी पांच अँगों को दर्शाता है उसे पञ्चाङ्ग कहते हैं। दक्षिण भारत में पञ्चाङ्ग को पञ्चाङ्गम कहते हैं। भारतीय कैलेण्डर
जब हिन्दु कैलेण्डर में मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन त्योहार और राष्ट्रीय छुट्टियों शामिल हों तो वह भारतीय कैलेण्डर के रूप में जाना जाता है। |
10.160.15.213